ऐसे हैं कप्तान तो कैसे चलेगा काम! दांव पर 2 वर्ल्ड कप, टीम इंडिया के लिए ही बन रहे मुसीबत

tv9hindi NaN days ago

अगले कुछ दिनों में नया साल शुरू हो जाएगा और उसकी शुरुआत अंडर-19 वर्ल्ड कप से होगी. फिर फरवरी में टी20 वर्ल्ड कप भी खेला जाएगा. इन दोनों ही टूर्नामेंट में भारतीय टीम खिताब की दावेदार के रूप में उतरेगी लेकिन फिलहाल दोनों टीम के लिए कप्तान ही परेशानी का सबब बने हुए हैं.

ऐसे हैं कप्तान तो कैसे चलेगा काम! दांव पर 2 वर्ल्ड कप, टीम इंडिया के लिए ही बन रहे मुसीबत
सूर्यकुमार यादव और आयुष म्हात्रेImage Credit source: PTI & Instagram

क्रिकेट जगत के लिए नया साल एक बार फिर बहुत खास होने वाला है क्योंकि 2026 में भी कई बड़े टूर्नामेंट खेले जाएंगे. इनकी शुरुआत ही जनवरी से हो जाएगी, जब अंडर-19 मेंस वर्ल्ड कप खेला जाएगा और फिर मेंस टी20 वर्ल्ड कप 2026 का आयोजन होगा. इन दोनों ही टूर्नामेंट में भारतीय टीम खिताब की दावेदार के तौर पर उतरेगी, क्योंकि दोनों में भारत का प्रदर्शन दमदार रहा है. मगर इन वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले भारतीय टीम के लिए उनके कप्तान ही सबसे बड़ी परेशानी साबित हो रहे हैं. एक तरफ जहां सूर्यकुमार यादव से रन नहीं बन रहे तो वहीं अंडर-19 टीम के कप्तान आयुष म्हात्रे भी लगातार फेल हो रहे हैं.

रविवार 21 दिसंबर को भारत की अंडर-19 टीम को पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. ये वही टीम है, जिसे अगले महीने होने वाले अंडर-19 विश्व कप में उतरना है. फाइनल में हार से पहले टीम का प्रदर्शन लगातार अच्छा ही था और ज्यादातर खिलाड़ियों ने दमदार खेल दिखाया था, इसलिए एक शिकस्त से टीम के भविष्य को लेकर ज्यादा चिंता नहीं जताई जा रही है. मगर इस फाइनल में भी कप्तान आयुष म्हात्रे की नाकामी ने फिर उन पर सवाल खड़े कर दिए.

वर्ल्ड कप से पहले कैसा है कप्तान आयुष का प्रदर्शन?

भारतीय टीम को जीत के लिए 348 रन बनाने थे लेकिन फाइनल में कप्तान आयुष 8 गेंदों में सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए. सिर्फ फाइनल ही नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में यही हाल रहा, जहां 18 साल के इस विस्फोटक ओपनर के बल्ले से रन ही नहीं निकले. दाएं हाथ के बल्लेबाज आयुष म्हात्रे ने इस टूर्नामेंट की 5 पारियों में 13 की मामूली औसत से सिर्फ 65 रन ही बनाए, जिसमें उनका सबसे बड़ा स्कोर 38 रन था.

मगर सिर्फ इस टूर्नामेंट में ही नहीं, बल्कि अपने अंडर-19 करियर में अभी तक म्हात्रे ने जितने भी वनडे मैच खेले हैं, वो कुछ भी खास नहीं कर पाए हैं. इस बल्लेबाज ने अभी तक 14 अंडर-19 वनडे मैच खेले हैं और इनमें वो सिर्फ 143 रन ही बना सके हैं, जिसमें एक भी अर्धशतक नहीं है. ऐसे में अगले महीने होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप में वो टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हैं.

सवालों के घेरे में सूर्यकुमार यादव भी

कप्तानी की नाकामी वाली ये कहानी सिर्फ अंडर-19 टीम तक ही सीमित नहीं है बल्कि सीनियर टी20 टीम का हाल भी ऐसा ही है, जहां अनुभवी सुपरस्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का बल्ला बिल्कुल खामोश है. हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में भारतीय कप्तान बुरी तरह फ्लॉप रहे थे और उनके बल्ले से 4 पारियों में सिर्फ 34 रन ही निकले थे. उनका ऐसा हाल ऑस्ट्रेलिया और उससे पहले एशिया कप में भी देखने को मिला था.

2024 वर्ल्ड कप के बाद सूर्या को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया था लेकिन वो उसके बाद से ही लगातार फेल हो रहे हैं. खास तौर पर 2025 में तो उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. इस पूरे साल में सूर्या ने 21 टी20 मैच में 13 की औसत से सिर्फ 218 रन बनाए हैं और वो एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं. ये उनके टी20 करियर का सबसे खराब साल है. अब 7 फरवरी से टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत होनी है और वहां भी सूर्या ही कप्तान रहेंगे. ऐसे में टूर्नामेंट से पहले कप्तान ही टीम की राह में सबसे बड़ा रोड़ा नजर आ रहे हैं.