बांग्लादेशी मवेशी तस्करों का दुस्साहस, बीएसएफ कांस्टेबल का किया अपहरण!
BSF Jawan Kidnapped By Cattle Smugglers: भारत-बांग्लादेश की सीमा पर मवेशी तस्करों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान का कथित तौर पर अपहरण कर लिया है. बांग्लादेशी तस्करों ने मवेशी को सीमा पार कराने के बाद बीएसएफ के जवान को बीजीबी के अधिकारियों के हवाले कर दिया गया. बीएसएफ ने स्वीकार किया है कि तस्करों का पीछा करते हुए एक जवान उनके चंगुल में फंस गया.
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BSF Jawan Kidnapped By Cattle Smugglers|भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी मवेशी तस्करों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक कांस्टेबल का अपहरण कर लिया है. जवान को तस्करों ने बांग्लादेश की सीमा पर तैनात बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीपी) के हवाले कर दिया है. बीएसएफ का जवान मवेशी तस्करी की कोशिश कर रहे शातिर युवकों का पीछा कर रहे थे. घने कोहरे में वह अपने साथियों से बिछड़ गये और बांग्लादेशी मवेशी तस्करों के चंगुल में फंस गये.
मेकलीगंज के अंगारपोटा में हुई है घटना
घटना की जानकारी मिलते ही सीमा पर पोस्टेड बीएसएफ के सेक्टर कमांडर ने बांग्लादेश की बीजीबी से संपर्क किया. उन्हें बताया गया कि भारतीय जवान के साथ शनिवार तड़के कूचबिहार जिले के मेकलीगंज में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) के अंगारपोटा में इस तरह की घटना हुई है.
BSF Jawan Kidnapped: बांग्लादेशी तस्करों के चंगुल में फंसा बीएसएफ जवान
बीएसएफ ने कहा है कि कथित तौर पर अपहृत जवान का नाम वेद प्रकाश है. वह कूचबिहार में बीएसएफ के 174 बटालियन के अर्जुन कैंप में पोस्टेड हैं. शनिवार रात ड्यूटी के दौरान जवानों ने मवेशियों के एक झुंड को खुली सीमा से भारतीय इलाके में घुसते देखा. प्रकाश उनका पीछा करते हुए झुंड से आगे निकल गये. घने कोहरे में वह अकेले रह गये.
सुबह 4:45 बजे तस्करों ने जवान को पकड़ा
बीएसएफ के सूत्रों ने बताया है कि 21 दिसंबर को सुबह करीब 4:45 बजे बांग्लादेशी बदमाशों ने बीएसएफ जवान का अपहरण कर लिया. इसके बाद मवेशियों के साथ बांग्लादेश लौट गये. बाद में उन्होंने उस जवान को बीजीबी के हवाले कर दिया. खबर मिलते ही बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बीजीबी अधिकारियों से संपर्क किया. जवान को वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं.
दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चल रही चर्चा
बीजीबी के अधिकारियों ने बताया कि अपहृत जवान की हालत ठीक है. पता चला है कि ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. इसकी वजह से सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों को इस तरह की घटना के बाद खुद की सुरक्षा के लिहाज से सतर्क रहने और समूह में रहकर ऐसे ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिये गये हैं.